अद्भुत भाग-6
अद्भुत भाग-6
ऑफिसबॉय
चाय पाणी लेकर आनेसे बेकर जो
हकिकत बता रहा था उसमें खंड
पड गया.
सॅमको
और उसके साथीदारको आगेकी कहानी
सुननेकी बडी उत्सुकता हो रही
थी.
सब
लोगोंका चायपाणी होनेके बाद
डिटेक्टीव्ह बेकर फिरसे आगेकी
कहानी बताने लगा ....
... जॉनकी और नॅन्सीकी टॅक्सी रेल्वे स्टेशनपर पहूंच गई. दोनो टॅक्सीसे उतर गए. टॅक्सीवालेका किराया चूकाकर वे अपना सामान लेकर टिकीटकी खिडकीके पास चले गए. कहां जाना है यह उन्होने अबतक तय नही किया था. बस यहांसे निकल जाना है इतनाही उन्होने तय किया था. एक ट्रेन प्लॅटफॉर्मपर खडीही थी. जॉनने जल्दीसे उसी ट्रेनका टिकट निकाला.
प्लॅटफॉर्मपर वे अपना टिकट लेकर अपना रेल्वेका डिब्बा ढूंढने लगे. डिब्बा ढूंढनेके लिए उन्हे जादा मशक्कत नही करनी पडी. मुख्य दरवाजेसे उनका डिब्बा नजदिकही था. ट्रेन निकलनेका समय होगया था इसलिए वे तुरंत डिब्बेमें चढ गए. डिब्बेमें चढनेके बाद उन्होने अपनी सिट्स ढूंढ ली. अपने सिट के पास अपना सारा सामान रख दिया. उतनेमें गाडी हिलने लगी. गाडी निकलनेका वक्त हो चूका था. जैसेही गाडी निकलने लगी वैसे नॅन्सी जॉनको लेकर डिब्बेके दरवाजेके पास गई. उसे वहांसे जानेसे पहले अपने शहरको एक बार जी भरके देख लेना था. .
ट्रेनमें नॅन्सी और जॉन एकदम पास पास बैठे थे. उन्हे दोनोंको एकदुसरेका सहारा चाहिए था. आखिर उन्होने जो फैसला किया था उसके बाद उन्हे बस एकदुसरेकाही तो सहारा था. अपने घरसे सारे रिश्ते , सारे बंध तोडकर वे बहुत दुर जा रहे थे. नॅन्सीने अपना सर जॉनके कंधेपर रख दिया.
'' फिर ... अब कैसा लग रहा है '' जॉनने माहौल थोडा हलका करनेके उद्देशशे पुछा.
'' ग्रेट'' नॅन्सीभी झूटमुठ हंसते हूए बोली.
जॉन समझ सकता था की भलेही वह उपरसे दिखा रही हो लेकिन घर छोडने का दुख उसको होना लाजमी था. उसे सहारा देनेके उद्देशसे उसने उसे कसकर पकड लिया.
'' तुम्हे कुछ याद आ रहा है ?'' जॉनने उसे औरभी कसकर पकडते हूए पुछा.
नॅन्सीने प्रश्नार्थक मुद्रामें उसकी तरफ देखा.
'' नही मतलब कोई घटना कोई प्रसंग... जब मैने तुम्हे ऐसेही कसकर पकडा था. ''
'' मै कैसे भूल सकती हू उस घटना को... '' नॅन्सी उसने जब ब्लॅंकेटसे लपेटकर उसे कसकर पकडा था वह प्रसंग याद कर बोली.
'' और तुमभी ... '' नॅन्सी उसके गालपर हाथ मलते हूए उसे मारे हूए चाटेंकी याद देते हूए बोली.
दोनो खिलखिलाकर हंस पडे.
जब दोनोंका हसना थम गया नॅन्सी इतराते हूए उसे बोली , '' आय लव्ह यू''
'' आय लव्ह यू टू'' उसने उसे और नजदीक खिंचते हूए कहा.
दोनोभी कसकर एकदूसरेके आलिंगणमें बद्ध हो गए.
नॅन्सीने ट्रेनकी खिडकीसे झांककर देखा. बाहर सब अंधेरा छाया हूवा था. जॉनने नॅन्सीकी तरफ देखा.
'' तुम्हे पता है ... तुम्हे माफी मांगते वक्त वह फुलोंका गुलदस्ता मैने क्यों लाया था. ?'' जॉन फिरसे उसे वह माफी मांगनेका प्रसंग याद दिलाते हूए बोला. वह प्रसंग वह कैसे भूल सकता था ? उसी पलमेंतो उनके प्रेमके बिज बोए गए थे.
'' जाहिर है माफी जादा इफेक्टीव होना चाहिए इसलिए..." नॅन्सीने कहा.
'' नही .... अगर मै सच कहूं तो तुम्हे विश्वास नही होगा.'' जॉनने कहा.
'' फिर ... क्यों लाया था?''
'' मेरे हाथ फिरसे कोई अजीब इशारे कर गडबड ना करदे इसलिए ... नहीतो फिरसे शायद और एक चांटा मिला होता. '' जॉनने कहा.
नॅन्सी और जॉन फिरसे खिलखिलाकर हंस पडे.
धीरे धीरे उनकी हंसी थम गई. फिर थोडी देर सब सन्नाटा छाया रहा. सिर्फ रेल्वेका आवाज आता रहा. उस सन्नाटेमें न जाने क्यूं नॅन्सीको लगा की कोई इस ट्रेनमें बैठकर अपना पिछा तो नही कर रहा है..
नही ... कैसे मुमकीन है...
हम भाग जानेवाले है यह सिर्फ जॉन और उसके सिवा और किसीकोभीतो पता नही था...
... जॉनकी और नॅन्सीकी टॅक्सी रेल्वे स्टेशनपर पहूंच गई. दोनो टॅक्सीसे उतर गए. टॅक्सीवालेका किराया चूकाकर वे अपना सामान लेकर टिकीटकी खिडकीके पास चले गए. कहां जाना है यह उन्होने अबतक तय नही किया था. बस यहांसे निकल जाना है इतनाही उन्होने तय किया था. एक ट्रेन प्लॅटफॉर्मपर खडीही थी. जॉनने जल्दीसे उसी ट्रेनका टिकट निकाला.
प्लॅटफॉर्मपर वे अपना टिकट लेकर अपना रेल्वेका डिब्बा ढूंढने लगे. डिब्बा ढूंढनेके लिए उन्हे जादा मशक्कत नही करनी पडी. मुख्य दरवाजेसे उनका डिब्बा नजदिकही था. ट्रेन निकलनेका समय होगया था इसलिए वे तुरंत डिब्बेमें चढ गए. डिब्बेमें चढनेके बाद उन्होने अपनी सिट्स ढूंढ ली. अपने सिट के पास अपना सारा सामान रख दिया. उतनेमें गाडी हिलने लगी. गाडी निकलनेका वक्त हो चूका था. जैसेही गाडी निकलने लगी वैसे नॅन्सी जॉनको लेकर डिब्बेके दरवाजेके पास गई. उसे वहांसे जानेसे पहले अपने शहरको एक बार जी भरके देख लेना था. .
ट्रेनमें नॅन्सी और जॉन एकदम पास पास बैठे थे. उन्हे दोनोंको एकदुसरेका सहारा चाहिए था. आखिर उन्होने जो फैसला किया था उसके बाद उन्हे बस एकदुसरेकाही तो सहारा था. अपने घरसे सारे रिश्ते , सारे बंध तोडकर वे बहुत दुर जा रहे थे. नॅन्सीने अपना सर जॉनके कंधेपर रख दिया.
'' फिर ... अब कैसा लग रहा है '' जॉनने माहौल थोडा हलका करनेके उद्देशशे पुछा.
'' ग्रेट'' नॅन्सीभी झूटमुठ हंसते हूए बोली.
जॉन समझ सकता था की भलेही वह उपरसे दिखा रही हो लेकिन घर छोडने का दुख उसको होना लाजमी था. उसे सहारा देनेके उद्देशसे उसने उसे कसकर पकड लिया.
'' तुम्हे कुछ याद आ रहा है ?'' जॉनने उसे औरभी कसकर पकडते हूए पुछा.
नॅन्सीने प्रश्नार्थक मुद्रामें उसकी तरफ देखा.
'' नही मतलब कोई घटना कोई प्रसंग... जब मैने तुम्हे ऐसेही कसकर पकडा था. ''
'' मै कैसे भूल सकती हू उस घटना को... '' नॅन्सी उसने जब ब्लॅंकेटसे लपेटकर उसे कसकर पकडा था वह प्रसंग याद कर बोली.
'' और तुमभी ... '' नॅन्सी उसके गालपर हाथ मलते हूए उसे मारे हूए चाटेंकी याद देते हूए बोली.
दोनो खिलखिलाकर हंस पडे.
जब दोनोंका हसना थम गया नॅन्सी इतराते हूए उसे बोली , '' आय लव्ह यू''
'' आय लव्ह यू टू'' उसने उसे और नजदीक खिंचते हूए कहा.
दोनोभी कसकर एकदूसरेके आलिंगणमें बद्ध हो गए.
नॅन्सीने ट्रेनकी खिडकीसे झांककर देखा. बाहर सब अंधेरा छाया हूवा था. जॉनने नॅन्सीकी तरफ देखा.
'' तुम्हे पता है ... तुम्हे माफी मांगते वक्त वह फुलोंका गुलदस्ता मैने क्यों लाया था. ?'' जॉन फिरसे उसे वह माफी मांगनेका प्रसंग याद दिलाते हूए बोला. वह प्रसंग वह कैसे भूल सकता था ? उसी पलमेंतो उनके प्रेमके बिज बोए गए थे.
'' जाहिर है माफी जादा इफेक्टीव होना चाहिए इसलिए..." नॅन्सीने कहा.
'' नही .... अगर मै सच कहूं तो तुम्हे विश्वास नही होगा.'' जॉनने कहा.
'' फिर ... क्यों लाया था?''
'' मेरे हाथ फिरसे कोई अजीब इशारे कर गडबड ना करदे इसलिए ... नहीतो फिरसे शायद और एक चांटा मिला होता. '' जॉनने कहा.
नॅन्सी और जॉन फिरसे खिलखिलाकर हंस पडे.
धीरे धीरे उनकी हंसी थम गई. फिर थोडी देर सब सन्नाटा छाया रहा. सिर्फ रेल्वेका आवाज आता रहा. उस सन्नाटेमें न जाने क्यूं नॅन्सीको लगा की कोई इस ट्रेनमें बैठकर अपना पिछा तो नही कर रहा है..
नही ... कैसे मुमकीन है...
हम भाग जानेवाले है यह सिर्फ जॉन और उसके सिवा और किसीकोभीतो पता नही था...
रेल्वे
प्लॅटफॉर्मपर जैसे लोगोंका
सैलाब उमड पडा था.
भिडमें
लोग अपना अपना सामान लेकर बडी
मुश्कीलसे रास्ता निकालते
हूए वहांसे जा रहे थे.
शायद
अभी अभी कोई ट्रेन आई हो.
वही
प्लॅटफार्मपर एक कोनेमें
स्टीव्हन,
पॉल,
रोनॉल्ड
और क्रिस्तोफर ऍन्डरसन पत्ते
खेल रहे थे.
उन
चारोंमे क्रिस्तोफर,
उसके
हावभावसे और उसका जो तिनोंपर
एक प्रभाव दिख रहा था उससे,
उनका
लिडर लग रहा था.
क्रिस्तोफर
लगभग पच्चीस के आसपास,
कसे
हूवे और मजबूत शरीर का मालिक,
एक
लंबाचौडा यूवक था.
" देखो अपनी गाडी आनेमें अभी बहूत वक्त है... कमसे कम और तीन गेम हो सकते है...'' क्रिस्तोफरने पत्ते बांटते हूए कहा.
" पॉल तुम इस कागजपर पॉइंट्स लिखो " रोनॉल्डने एक हाथसे पत्ते पकडते हूए और दुसरे हाथसे जेबसे एक कागजका टूकडा निकालकर पॉलके हाथमें देते हूए कहा.
" और, लालटेन जादा हुशारी नही चलेगी' पॉलने स्टीव्हनको ताकीद दी. वे स्टीव्हनको उसके चश्मेकी वजहसे लालटेनही कहते थे. क्रिस्तोफरका ध्यान पत्त्ते खेलते वक्त यूंही प्लॅटफॉर्मपर उमड पडी भिडकी तरफ गया.
भिडमें नॅन्सी और जॉन एकदुसरेका हाथ पकडकर किसी परदेसी अजनबीकी तरह चल रहे थे.
उसने नॅन्सीकी तरफ सिर्फ देखा और खुले मुंह देखताही रह गया.
" बाप, क्या माल है " उसके खुले मुंहसे अनायासही निकल गया. पॉल, रोनॉल्ड और स्टीव्हनभी अपना गेम छोडकर उधर देखने लगे. उनकाभी देखते हूए खुला मुह बंद होनेको तैयार नही था.
" कबूतरी कबूतरके साथ भाग आई है शायद" क्रिस्तोफरके अनुभवी नजरने भांप लिया.
' उस कबुतरके बजाय मै उसके साथ रहना चाहिए था' पॉल ने कहा.
क्रिस्तोफरने सबके पाससे पत्ते छिनकर लेते हूए कहा, ' देखो, अब यह गेम बंद करदो... हम अब एक दुसराही गेम खेलते है "
सबके चेहरे खुशीसे दमकने लगे. वे क्रिस्तोफरके बोलनेका छिपा अर्थ जानते थे. वैसे वे वह गेम कोई पहली बार नही खेल रहे थे. सब उत्साहसे भरे एकदम उठकर खडे होगए.
" अरे, देखो जरा खयाल रहे... साले कही घुस जाएंगे तो बादमें मिलेंगे नही " रोनॉल्डने उठते हूए कहा.
फिर वे उनके खयालमें ना आए इतना फासला रखते हूए उनके पिछे पिछे जाने लगे.
" ऐ , लालटेन तुम जरा आगे जावो... साले पहलेही तुझे चश्मेसे जरा कमही दिखता है ." क्रिस्तोफरने स्टीव्हनको आगे धकेलते हूए कहा. स्टीव्हन नॅन्सी और जॉनके खयालमें नही आये ऐसा सामने दौडते हूए गया.
दिनभर इधर उधर घुमनेमें वक्त कैसा निकल गया यह जॉन और नॅन्सीको पताही नही चला. कुछ देर बाद शामभी हो गई. जॉन और नॅन्सी एक दुसरेका हाथ पकडकर मस्त मजेमें फुटपाथपर चल रहे थे. सामने एक जगह रास्तेपर हार्ट शेपके हायड्रोजसे भरे लाल गुब्बारे बेचनेवाला फेरीवाला उन्हे दिखाई दिया. वे उसके पास गए. जॉनने गुब्बारोंका एक बडासा दस्ता खरीदकर नॅन्सीको दिया. पकडनेके लिए जो धागा था उसके हिसाबसे वह दस्ता बडा होनेसे धागा टूट गया और वह दस्ता उडकर आकाशकी ओर निकल पडा. जॉनने दौडकर जाकर, उंची उंची छलांगे लगाकर उसे पकडनेका प्रयासे किया लेकीन वह धागा उसके हाथ नही आया. वे लाल गुब्बारे मानो एकदुसरेको धक्के देते हूए उपर आकाशमें जा रहे थे. जॉनकी उस धागेको पकडनेकी जी तोड कोशीश देखकर नॅन्सी खिलखिलाकर हंस रही थी.
और उनके काफी पिछे क्रिस्तोफर , रोनॉल्ड, स्टीव्हन और पॉल किसीके खयालमें नही आए इसका ध्यान रखते हूए उनका पिछा कर रहे थे.
नॅन्सी और जॉन एक जगह आईसक्रीम खानेके लिए रुक गए. उन्होने एक कोन लिया और उसमेंही दोनो खाने लगे. आईसक्रीम खातेवक्त नॅन्सीका ध्यान जॉनके चेहरेकी तरफ गया और वह खिलखिलाकर हंस पडी.
'' क्या हूवा ?'' जॉनने पुछा.
'' आईनेमें तो देखो '' नॅन्सी वही पास एक गाडीको लगे आईनेकी तरफ इशारा कर बोली.
जॉनने आईनेमें देखा तो उसके नाक के सिरेको आईसस्क्रीम लगा था. अपना वह हुलिया देखकर उसेभी हंसी आ रही थी. उसने वह पोंछ लिया और एक प्रेमभरी नजरसे नॅन्सीकी तरफ देखा.
'' सचमुछ अपनी रुची कितनी मिलती जुलती है '' नॅन्सीने कहा.
'' फिर ... वह तो रहनेही वाली है... क्योंकी ...वुई आर द परफेक्ट मॅच"' जॉन गर्वसे बोल रहा था.
आईस्क्रीम खाते हूए अचानक नॅन्सीका खयाल दुर खडे क्रिस्तोफरकी तरफ गया. क्रिस्तोफरने झटसे अपनी नजर फेर ली. नॅन्सीको उसकी नजर अजीब लगी थी और उसकी गतिविघीयांभी.
'' जॉन मुझे लगता है अब हमें यहांसे निकलना चाहिए.'' नॅन्सीने कहा और वह वहांसे निकल पडी. जॉन उलझनमें सहमासा उसके पिछे पिछे जाने लगा.
वहांसे आगे काफी समयतक चलनेके बाद वे एक कपडेके दुकानमें घुस गए. अब काफी रात हो चुकी थी. नन्सीको शक था की कहीं वह पहले दिखा हुवा लडका उनका पिछा तो नही कर रहा है. इसलिए उसने दुकानमें जानेके बाद वहांसे एक संकरी दरारसे बाहर झांककर देखा. बाहर क्रिस्तोफर उसके और दो साथीके साथ चर्चा करते हूए इधर उधर देख रहा था. जॉन उन लोगोंको दिख सके ऐसे जगहपर खडा था.
'' जॉन पिछे मुडकर मत देखो... मुझे लगता है वह लडके अपना पिछा कर रहे है. '' नॅन्सी दबे स्वरमें बोली.
'' कौन ? .. किधर ? '' जॉनने गडबडाते हूए पुछा.
'' चलो जल्दी यहांसे हम निकल जाते है... वे हमतक पहूंचना नही चाहिए... '' नॅन्सीने उसे वहांसे बाहर निकाला.
वे दोनो लंबे लंबे कदम डालते हूए फुटपाथपर चलरहे लोगोंकी भिडसे रास्ता निकालते हूए वहांसे जाने लगे.
अपना पिछा हो रहा है इसका अब पुरा यकिन नॅन्सी और जॉनको हो चूका था. वे दोनोभी घबराए और गडबडाए हूए थे. यह शहर उनके लिए नया था. वे उन चारोंसे बचनेके लिए जिधर रास्ता मिलता उधर जा रहे थे. चलते चलते वे एक ऐसे सुनसान जगहपर आये की जहा लोग लगभग नही के बराबर थे. वैसे रातभी काफी हो चूकी थी. यहभी एक वहां लोग ना होनेकी वजह हो सकती थी. उसने पिछे मुडकर देखा. क्रिस्तोफर और उसके दोस्त अभीभी उनका पिछा कर रहे थे. नॅन्सीका दिल धडकने लगा. जॉनकोभी कुछ सुझ नही रहा था. अब क्या किया जाए, दोनोभी इस संभ्रममे थे. वे तेजीसे चल रहे थे और उनसे जितना दुर जा सकते है उतनी कोशीश कर रहे थे. आगे रास्तेपर तो औरभी घना अंधेरा था. वे दोनो और उनके पिछे उनका पिछा कर रहे वे चार लडके इनके अलावा उनको वहां और कोईभी नही दिख रहा था.
" देखो अपनी गाडी आनेमें अभी बहूत वक्त है... कमसे कम और तीन गेम हो सकते है...'' क्रिस्तोफरने पत्ते बांटते हूए कहा.
" पॉल तुम इस कागजपर पॉइंट्स लिखो " रोनॉल्डने एक हाथसे पत्ते पकडते हूए और दुसरे हाथसे जेबसे एक कागजका टूकडा निकालकर पॉलके हाथमें देते हूए कहा.
" और, लालटेन जादा हुशारी नही चलेगी' पॉलने स्टीव्हनको ताकीद दी. वे स्टीव्हनको उसके चश्मेकी वजहसे लालटेनही कहते थे. क्रिस्तोफरका ध्यान पत्त्ते खेलते वक्त यूंही प्लॅटफॉर्मपर उमड पडी भिडकी तरफ गया.
भिडमें नॅन्सी और जॉन एकदुसरेका हाथ पकडकर किसी परदेसी अजनबीकी तरह चल रहे थे.
उसने नॅन्सीकी तरफ सिर्फ देखा और खुले मुंह देखताही रह गया.
" बाप, क्या माल है " उसके खुले मुंहसे अनायासही निकल गया. पॉल, रोनॉल्ड और स्टीव्हनभी अपना गेम छोडकर उधर देखने लगे. उनकाभी देखते हूए खुला मुह बंद होनेको तैयार नही था.
" कबूतरी कबूतरके साथ भाग आई है शायद" क्रिस्तोफरके अनुभवी नजरने भांप लिया.
' उस कबुतरके बजाय मै उसके साथ रहना चाहिए था' पॉल ने कहा.
क्रिस्तोफरने सबके पाससे पत्ते छिनकर लेते हूए कहा, ' देखो, अब यह गेम बंद करदो... हम अब एक दुसराही गेम खेलते है "
सबके चेहरे खुशीसे दमकने लगे. वे क्रिस्तोफरके बोलनेका छिपा अर्थ जानते थे. वैसे वे वह गेम कोई पहली बार नही खेल रहे थे. सब उत्साहसे भरे एकदम उठकर खडे होगए.
" अरे, देखो जरा खयाल रहे... साले कही घुस जाएंगे तो बादमें मिलेंगे नही " रोनॉल्डने उठते हूए कहा.
फिर वे उनके खयालमें ना आए इतना फासला रखते हूए उनके पिछे पिछे जाने लगे.
" ऐ , लालटेन तुम जरा आगे जावो... साले पहलेही तुझे चश्मेसे जरा कमही दिखता है ." क्रिस्तोफरने स्टीव्हनको आगे धकेलते हूए कहा. स्टीव्हन नॅन्सी और जॉनके खयालमें नही आये ऐसा सामने दौडते हूए गया.
दिनभर इधर उधर घुमनेमें वक्त कैसा निकल गया यह जॉन और नॅन्सीको पताही नही चला. कुछ देर बाद शामभी हो गई. जॉन और नॅन्सी एक दुसरेका हाथ पकडकर मस्त मजेमें फुटपाथपर चल रहे थे. सामने एक जगह रास्तेपर हार्ट शेपके हायड्रोजसे भरे लाल गुब्बारे बेचनेवाला फेरीवाला उन्हे दिखाई दिया. वे उसके पास गए. जॉनने गुब्बारोंका एक बडासा दस्ता खरीदकर नॅन्सीको दिया. पकडनेके लिए जो धागा था उसके हिसाबसे वह दस्ता बडा होनेसे धागा टूट गया और वह दस्ता उडकर आकाशकी ओर निकल पडा. जॉनने दौडकर जाकर, उंची उंची छलांगे लगाकर उसे पकडनेका प्रयासे किया लेकीन वह धागा उसके हाथ नही आया. वे लाल गुब्बारे मानो एकदुसरेको धक्के देते हूए उपर आकाशमें जा रहे थे. जॉनकी उस धागेको पकडनेकी जी तोड कोशीश देखकर नॅन्सी खिलखिलाकर हंस रही थी.
और उनके काफी पिछे क्रिस्तोफर , रोनॉल्ड, स्टीव्हन और पॉल किसीके खयालमें नही आए इसका ध्यान रखते हूए उनका पिछा कर रहे थे.
नॅन्सी और जॉन एक जगह आईसक्रीम खानेके लिए रुक गए. उन्होने एक कोन लिया और उसमेंही दोनो खाने लगे. आईसक्रीम खातेवक्त नॅन्सीका ध्यान जॉनके चेहरेकी तरफ गया और वह खिलखिलाकर हंस पडी.
'' क्या हूवा ?'' जॉनने पुछा.
'' आईनेमें तो देखो '' नॅन्सी वही पास एक गाडीको लगे आईनेकी तरफ इशारा कर बोली.
जॉनने आईनेमें देखा तो उसके नाक के सिरेको आईसस्क्रीम लगा था. अपना वह हुलिया देखकर उसेभी हंसी आ रही थी. उसने वह पोंछ लिया और एक प्रेमभरी नजरसे नॅन्सीकी तरफ देखा.
'' सचमुछ अपनी रुची कितनी मिलती जुलती है '' नॅन्सीने कहा.
'' फिर ... वह तो रहनेही वाली है... क्योंकी ...वुई आर द परफेक्ट मॅच"' जॉन गर्वसे बोल रहा था.
आईस्क्रीम खाते हूए अचानक नॅन्सीका खयाल दुर खडे क्रिस्तोफरकी तरफ गया. क्रिस्तोफरने झटसे अपनी नजर फेर ली. नॅन्सीको उसकी नजर अजीब लगी थी और उसकी गतिविघीयांभी.
'' जॉन मुझे लगता है अब हमें यहांसे निकलना चाहिए.'' नॅन्सीने कहा और वह वहांसे निकल पडी. जॉन उलझनमें सहमासा उसके पिछे पिछे जाने लगा.
वहांसे आगे काफी समयतक चलनेके बाद वे एक कपडेके दुकानमें घुस गए. अब काफी रात हो चुकी थी. नन्सीको शक था की कहीं वह पहले दिखा हुवा लडका उनका पिछा तो नही कर रहा है. इसलिए उसने दुकानमें जानेके बाद वहांसे एक संकरी दरारसे बाहर झांककर देखा. बाहर क्रिस्तोफर उसके और दो साथीके साथ चर्चा करते हूए इधर उधर देख रहा था. जॉन उन लोगोंको दिख सके ऐसे जगहपर खडा था.
'' जॉन पिछे मुडकर मत देखो... मुझे लगता है वह लडके अपना पिछा कर रहे है. '' नॅन्सी दबे स्वरमें बोली.
'' कौन ? .. किधर ? '' जॉनने गडबडाते हूए पुछा.
'' चलो जल्दी यहांसे हम निकल जाते है... वे हमतक पहूंचना नही चाहिए... '' नॅन्सीने उसे वहांसे बाहर निकाला.
वे दोनो लंबे लंबे कदम डालते हूए फुटपाथपर चलरहे लोगोंकी भिडसे रास्ता निकालते हूए वहांसे जाने लगे.
अपना पिछा हो रहा है इसका अब पुरा यकिन नॅन्सी और जॉनको हो चूका था. वे दोनोभी घबराए और गडबडाए हूए थे. यह शहर उनके लिए नया था. वे उन चारोंसे बचनेके लिए जिधर रास्ता मिलता उधर जा रहे थे. चलते चलते वे एक ऐसे सुनसान जगहपर आये की जहा लोग लगभग नही के बराबर थे. वैसे रातभी काफी हो चूकी थी. यहभी एक वहां लोग ना होनेकी वजह हो सकती थी. उसने पिछे मुडकर देखा. क्रिस्तोफर और उसके दोस्त अभीभी उनका पिछा कर रहे थे. नॅन्सीका दिल धडकने लगा. जॉनकोभी कुछ सुझ नही रहा था. अब क्या किया जाए, दोनोभी इस संभ्रममे थे. वे तेजीसे चल रहे थे और उनसे जितना दुर जा सकते है उतनी कोशीश कर रहे थे. आगे रास्तेपर तो औरभी घना अंधेरा था. वे दोनो और उनके पिछे उनका पिछा कर रहे वे चार लडके इनके अलावा उनको वहां और कोईभी नही दिख रहा था.
''लगता
है उनके खयालमें आया है की हम
उनका पिछा कर रहे है ''
स्टीव्हन
अपने साथीयोंसे बोला.
''
आने
दो ...
वह
तो कभी ना कभी उनके खयालमें
आनेही वाला था ''
क्रिस्तोफरने
बेफिक्र अंदाजमें कहा.
''
वे
बहुत डरे हूए भी लग रहे है ...
'' पॉलने
कहा.
''
डरनाही
तो चाहिए ...
अब
डरके वजहसेही अपना काम होनेवाला
है...
कभी
कभी डरही आदमीको कमजोर बना
देता है..
'' रोनॉल्डने
कहा.
जॉनने
पिछे मुडकर देखा तो वे चारो
तेजीसे उनकी तरफ आ रहे थे.
''
नॅन्सी
...
चलो
दौडो...
'' जॉन
उसका हाथ पकडते हूए बोला.
एकदुसरेका
हाथ पकडकर वे अब जोरसे दौडने
लगे.
''
हमें
पुलिसमें जाना चाहिए क्या
?''
नॅन्सीने
दौडते हूए पुछा.
''
अब
यहां कहा है पुलिस...
और
अगर हम ढूंढकर गएभी ...
तो
वेभी हमेंही ढूंढ रहे होंगे...
अबतक
तुम्हारे घरवालोंने पुलिसमें
रिपोर्ट दर्ज की होगी ...
'' जॉन
दौडते हूए किसी तरह बोल पा रहा
था.
दौडते
हूए वे घने अंधेरेमे डूबे हूए
एक संकरी गलीमें घुस गए.
क्रिस्तोफर
और उसके दोस्तभी उनके पिछेही
थे.
वे
जब गलीमें घुसनेहीवाले थे की
उतनेमे एक बडासा ट्रक रास्तेसे
उनके और उस गलीके बिचमेंसे
गुजर गया.
वे
ट्रक पास होनेतक रुक गए.
और
जब ट्रक पास हो चूका था तब उनको
उस गलीमें कोई नही दिख रहा था.
वे
गलीमें घुस गए.
गलीके
दुसरे सिरे तक तेजीसे दौड गए.
वहां
रुककर उन्होने आजुबाजु देखा.
लेकिन
उन्हे जॉन और नॅन्सी कही नही
दिखाई दे रहे थे.
क्रिस्तोफर
और उसके दोस्त इधर उधर देखते
हूए एक चौराहेपर खडे हो गए.
उन्हे
नॅन्सी और जॉन कहीभी नही दिखाई
दे रहे थे.
''
हम
सब लोग चारो तरफ फैलकर उन्हे
ढूंढते है ...
वे
हमारे हाथसे छुटना नही चाहिए.
'' क्रिस्तोफरने
कहा.
चार
लोग चार दिशामे,
चार
रस्तेसे जाकर फैल गए और उन्हे
ढूंढने लगे.
नॅन्सी
और जॉन रास्तेके किनारे पडे
एक ड्रेनेज पाईपमें छिप गए
थे.
शायद
ड्रेनेज पाईप्स नये डालनेके
लिए या बदलनेके लिए वहां लाकर
डाले होंगे.
इतनेमे
अचानक उन्हे उनकी तरफ दौडते
हूए आ रहे किसीके पैरोकी आहट
हो गई.
वे
अब वहांसे हिलभी नही सकते थे.
वे
अगर इस हालमें उन्हे मिले तो
उनके पास करनेके लिए कुछ नही
बचा था.
उन्होने
बिल्लीके जैसे अपनी आखे मुंदकर
अपने आपको जितना हो सकता है
उतना सिमटनेकी कोशीश की.
इसके
अलावा वे करभी क्या सकते थे.
? 
अब
उनके खयालमें आया की वह दौडकर
आनेवाला,
उन्ही
चारोंमेसे एक,
अब
उनके पाईपके पास पहूंच गया
है.
वह
नजदिक आतेही जॉन और नॅन्सी
एकदम शांत लगभग सांसे रोककर
कुछभी हरकत ना करते हूए वैसे
ही छिपे रहे.
वह
अब पाईपके एकदम पास आकर पहूंचा
था.
वह
उन चारोंमेंसेही एक स्टीव्हन
था.
उसने
आजुबाजु देखा.
''
साले
कहा गायब होगए ?''
वह
चिढकर अपने आपसेही बुदबुदाया.
उतनेमें
स्टीव्हनका पाईपकी तरफ खयाल
गया.
जरुर
साले इस पाईपमें छिपे होंगे....
उसने
अनुमान लगाया.
वह
पाईपके और करीब गया.
वह
अब झुककर पाईपमें देखनेही
वाला था.
इतनेमे....
''
स्टीव...
जरा
इधर तो आवो ....
जल्दी
''
उधरसे
क्रिस्तोफरने उसे आवाज दिया.
स्टीव्हन
पाईपमें झुककर देखते देखते
रुक गया,
उसने
आवाज आया उस दिशामें देखा और
मुडकर दौडते हूए उस दिशामें
चला गया.
जानेवाले
पैरोंका आवाज आतेही नॅन्सी
और जॉनने सुकूनकी सांस ली.
क्रमश:...
 
 
 
Comments
Post a Comment