अद्भुत भाग-9



अद्भुत भाग-9





पोलिस स्टेशनमें डिटेक्टीव्ह सॅमके खाली कुर्सीके सामने एक आदमी बैठा हूवा था. सॅम जल्दी जल्दी वहां आकर अपनी कुर्सीपर बैठ गया.


'' हां ... तो आपके पास इस केसके संदर्भमें कुछ महत्वपुर्ण जानकारी है ?...'' सॅमने पुछा.


'' हां साब ''


सॅमने एकबार उस आदमीको उपरसे निचेतक देखा और फिर वह क्या बोलता है यह सुनने लगा.


'' साब हमारे पडोसमें वह लडकी नॅन्सी, जिसका खुन होगया ऐसा बोलते है, उसका भाई रहता है....'' उस आदमीने शुरवात की और वह आगे पुरी कहानी कथन करने लगा ....




... एक चालमें एक घर था. उस घरको चारो तरफ कांचकी खिडकीयां ही खिडकीया थी. इतनीकी उस घरमें क्या चल रहा है वह पडोसीकोभी पता चले. एक खिडकीसे हॉलमें नॅन्सीका भाई जॉर्ज बैठा हूवा दिख रहा था. अब वह पहलेसे कुछ जादाही अजीब और पागल जैसा लग रहा था. दाढी बढी हूई, बाल बिखरे हूए. मस्तकपर एक बडासा कीसी चिजका टीका लगा हूवा. वह फायरप्लेसके सामने हाथमें एक कपडेका गुड्डा लेकर बैठा हूवा था. शायद वह गुड्डा उसनेही बनाया हूवा होगा. बगलमें रखे प्लेटसे उसने हाथसे कुछ उठाया और वह कुछ तंत्र-मंत्र जैसे शब्द बुदबुदाने लगा,


'' ऍबस थी बा रास केतिन स्तता...''


उसने प्लेटसे जो उठाया था वह सामने फायरप्लेसके आगमें फेंक दिया. आग भडक उठी. फिरसे वह वैसेही कुछ विचित्र तंत्र-मंत्र बोलने लगा.


'' कॅटसी... नतंदी.. वाशंर्पत... रेर्वरात स्तता...''


फिरसे उसने उस प्लेटसे धान जैसा कुछ अपने हाथमें उठाकर उस आगके स्वाधीन किया. इस बार आग और जोरसे भडक उठी.


उसने अपने हाथसे वह गुड्डा वही बगलमें रख दिया. आगके सामने झुककर, फर्शपर अपना मस्तक घिसा.




एक आदमी पडोससे जॉर्जके घरमें क्या चलरहा है यह उत्सुकतावश देख रहा था.




मस्तक घिसनेके बाद जॉन उठकर खडा हूवा और अजिब तरहसे जोरसे चिखा. जो पडोससे झांककर देख रहा था वहभी एक पलके लिए डर और सहम गया. जॉनने झुककर बगलमें रखा हूवा वह गुड्डा उठाया और फिरसे एकबार जोरसे अजिब तरहसे चिल्लाया. सब तरफ एक अजीब, अद्भूत सन्नाटा छा गया.


'' अब तू मरनेके लिए तैयार हो जा स्टीव्हन..'' जॉर्जने उस गुड्डेसे कहा.


'' नही ... नही ... मुझे मरना नही है इतने जल्दी... जॉर्ज मै तुम्हारे पैर पडता हू... मुझे माफ कर दे... आय ऍम सॉरी... मैने जो किया वह गलत किया... मुझे अब उसका अहसास हो गया है... मै तुम्हारे लिए तुम जो कहोगे वह करुंगा.... लेकिन मुझे माफ कर दो.... '' जॉर्ज मानो वह गुड्डा बोल रहा है वैसे उस गुड्डेके संवाद बोल रहा था.


'' तुम मेरे लिए कुछभी कर सकते हो? ... तुम मेरे बहनको वापस ला सकते हो?'' जॉर्जने अब उसके खुदके संवाद बोले.


'' नही ... मै वह कैसे कर सकता हूं ?... वह अगर मेरे हाथमें होता तो मै जरुर करता... वह एक चिज छोडकर कुछ भी मांगो... मै तुम्हारे लिए करुंगा... '' जॉर्ज गुड्डेके संवाद बोलने लगा. .


''अछा... तो फिर अब... मरनेके लिए तैयार हो जावो... '' जॉर्जने उस गुड्डेसे कहा.




वह पडोसका आदमी अबभी जॉर्जके खिडकीसे छुपकर अंदर झांक रहा था.




आधी रात होकर उपर काफी समय गुजर चूका था. बाहर रास्तेपर कोईभी दिख नही रहा था. जॉर्ज धीरेसे अपने घरसे बाहर आया. चारो ओर एक नजर घुमाई. उसके हाथमें एक थैली थी जिसमें उसने वह गुड्डा ठूंस दिया. और दरवाजेको ताला लगाकर वह बाहर निकल गया. कंपाऊंडके बाहर आते हूए उसने फिरसे अपनी पैनी नजर चारोओर दौडाई. सामने रास्तेपर जिधर देखो उधर अंधेराही अंधेरा छाया हूवा दिख रहा था. अब रास्ते से वह तेजीसे अपने कदम बढाते हूए चलने लगा. उस पडोसके आदमीने अपने खिडकीसे छूपकर जॉनको बाहर जाते हूए देख लिया. जैसेही जॉर्ज रास्तेपर आगे चलने लगा वह आदमी अपने घरसे बाहर आ गया. वह आदमी उसे कुछ आहट ना हो या वह उसे दिखाई ना दे इसका खयाल रख रहा था. जॉर्ज तेजीसे अपने कदम आगे बढाते हूए चल रहा था. जॉर्ज काफी आगे निकल जानेके बाद वह आदमी उसका पिछा करते हूए उसके पिछे पिछे जाने लगा.


वह आदमी जॉर्जका पिछा करते हूए कब्रस्तानतक पहूंच गया. कब्रस्तानके आसपास घने पेढ थे. शायद उसी पेढोंमे छुपकर उल्लू मुर्दोंकी राह देखते होंगे. कही दूर कुत्तोंकें रोनेजैसी अजीबसी आवाजें आ रही थी. उस आदमीको इस सारे मौहोलका डर लग रहा था. लेकिन उसे जॉर्ज यहा किसलिए आया है यह जानना था. जॉर्ज कब्रस्तानमें घुस गया और वह आदमी बाहरही कंपाऊंड वॉलके पिछे छूपकर जॉर्ज क्या कर रहा है यह देखने लगा. चांदके रोशनीमें उस आडमीको जॉर्जका साया दिख रहा था. जॉर्जने एक जगह तय की और वह वहा खोदने लगा. एक गड्डा खोदनेके बाद उसने उसके थैलीसे वह गुड्डा निकाला. उस गुड्डेको जॉर्जने ऐसा दफन किया की मानो वह गुड्डा ना होकर कोई शव हो. वह उपरसे मट्टी डालने लगा और मट्टी डालते वक्तभी उसका कुछ मंत्र तंत्र जैसा बुदबुदाना अबभी जारी था. उस गुड्डेके उपर मट्टी डालनके बाद जब वह गड्डा मट्टीसे भर गया तो जॉर्ज उस मट्टीपर खडा होकर उसे अपने पैरोसे दबाने लगा... .




... वह आदमी कथन कर रहा था और डिटेक्टीव सॅम ध्यान देकर सुन रहा था. उस आदमीने आगे कहा -


'' दुसरे दिन जब मुझे पता चला की स्टीव्हनका कत्ल हो चूका है तब मुछे विश्वासही नही हुवा ''


काफी देर तक कोई कुछ नही बोला. अब इन सारी बातोंने एक नयाही मोड लिया था.


सॅम सोचने लगा.


'' तुम्हे क्या लगता है जॉर्ज खुनी होगा?'' सॅमने अपने इन्व्हेस्टीगेटरकी भूमीकामें प्रवेश करते हूए पुछा.


'' नही .. मुझे लगता है की वह उसका काला जादू इन सारे कत्ल करनेके लिए इस्तेमाल करता होगा.... क्योंकी जिस दिन पॉलका कत्ल हूवा उसके पहले दिन रातको जॉर्जने वैसाही एक गुड्डा बनाकर उसे कब्रस्तानमें दफन किया था. '' उस आदमीने कहा.


'' तुम इन सारी चिजोंमे विश्वास रखते हो.?'' सॅमने थोडा व्यंगात्मक ढंगसेही पुछा.


'' नही .. मै विश्वास नही रखता ... लेकिन जो अपनी खुली आंखोंसे सामने दिख रहा हो उन चिजोंपर विश्वास रखनाही पडता है '' उस आदमीने कहा.


डिटेक्टीव्ह सॅमका पार्टनर जो इतनी देरसे दूरसे सब उनकी बाते सुन रहा था, चलते हूए उनके पास आकर बोला -


'' मुझे पहलेही शक था की कातिल कोई आदमी ना होकर कोई रुहानी ताकद है ''


सारे कमरेंमे एक अनैसर्गीक सन्नाटा फैल गया.


'' अब उसने और एक नया गुड्डा बनाया हूवा है '' उस आदमीने कहा.
जॉर्जके मकानके खिडकीसे अंदरका सबकुछ दिख रहा था. आजभी वह फायरप्लेसके सामने बैठा हूवा था. उसने अपने हाथसे वह गुड्डा बगलमें जमीनपर रख दिया और झुककर आगके सामने फर्शपर अपना मस्तक रगडने लगा. यह सब करते हूए उसका कुछ बुदबुदाना जारीही था. थोडी देरसे वह खडा होगया और अजीब ढंगसे जोरसे किसी पागल की तरह चिखा. इतना अचानक और जोरसे चिखा की बाहर खिडकीसे झांक रहे डिटेक्टीव सॅम, सॅमका पार्टनर और उनको साथमें जो लेकर आया था वह आदमी, सबलोग चौंककर सहमसे गए. उस चिखके बाद वातावरणमें एक अजीब भयानक सन्नाटा छा गया.


'' मिस्टर रोनॉल्ड पार्कर अब तुम्हारी बारी है .. '' जॉर्ज वह निचे रखा हूवा गुड्डा अपने हाथमें लेते हूए बोला.


लेकिन इतनेमें दरवाजेकी बेल बजी. जॉर्जने पलटकर दरवाजेकी तरफ देखा. गुड्डेको फिरसे निचे जमिनपर रख दिया और उठकर दरवाजा खोलनेके लिए सामने आ गया.


दरवाजा खोला. सामने डिटेक्टीव सॅम और उसका पार्टनर था. वह तिसरा आदमी शायद वहांसे पहलेही खिसक गया था.


'' मिस्टर जॉर्ज कोलीन्स हम आपको स्टीव्हन स्मीथ और पॉल रोबर्टसके कत्लका एक सस्पेक्टके तौरपर गिरफ्तार करने आये है... आपको चूप रहनेका पुरी तरह हक है ... और कुछ बोलनेके पहले आप अपने वकिलके साथ संपर्क कर सकते है ... और खयाल रहे की आप जोभी बोलोगे वह कोर्टमें आपके खिलाफ इस्तेमाल किया जाएगा... '' डिटेक्टीव सॅमने दरवाजा खोलेबराबर ऐलान कर दिया.


जॉर्ज कोलीन्सका चेहरा एकदम भावशून्य था. वह बडे इम्तीनानके साथ उनके सामने आ गया.


उसे अरेस्ट करनेके पहले सॅमने कुछ सवालात पुछनेकी ठान ली.


'' यहा आपके साथ कौन-कौन रहता है?'' सॅमने पहला सवाल पुछा.


'' मै अकेलाही रहता हू '' उसने जवाब दिया.


'' लेकिन हमारे जानकारीके अनुसार आपके साथ आपके पिताजीभी रहते थे. ''


'' हां रहते थे ...लेकिन.... अब वे इस दुनियामें नही रहे ''


'' ओह ... सॉरी... यह कब हूवा? ... मतलब वे कब गुजर गए ?''


'' नॅन्सीके मौत की खबर सुननेके बाद कुछ दिनमेंही वे चल बसे ''


'' अच्छा आप स्टिव्हन और पॉलको पहचानते थे क्या ?''


'' हां उन हैवानोंको मै अच्छी तरहसे पहचानता हूं ''


स्टिव्हन और पॉलका नाम लेनेके बाद सॅमने एक बात गौर की की उनके उपरका गुस्सा और द्वेश उसके चेहरेपर साफ झलक रहा था. या फिर उसने वह छिपानेकी कोशीशभी नही की थी.


अब सॅमने सिधे असली मुद्देपर उससे बात करनेकी ठान ली.


'' आपने स्टिव्हन और पॉलका खुन किया क्या ?''


'' हां '' उसने ठंडे स्वरमें कहा.


सॅमको लगा था की वह आनाकानी करेगा. लेकिन उसने कुछभी आनाकानी ना करते हूए सिधे बात कबूल कर ली. .


'' कैसे किया आपने उनका कत्ल ?'' सॅमने अगला सवाल पुछा.


'' मेरे पासके काले जादूसे मैने उन्हे मार दिया '' उसने कहा.


जॉर्ज पागल की तरह दिखता तो थाही लेकिन उसके इस जवाबसे सॅमको अब विश्वास हो चला था.


'' आपके इस काले जादूसे आप किसीकोभी मारकर बता सकते हो?'' सॅमने व्यंगात्मक ढंगसे पूछा.


'' किसीकोभी मै क्यों मारुंगा?... जिसकी मुझसे दुष्मनी है उसकोही मै मारुंगा ''


'' अब आगे आप इस काले जादूसे किसको मारने वाले हो ?''


'' अब रोनॉल्डका नंबर है ''


'' अब अभी इसी वक्त आप उसे मारकर बता सकते हो ?'' सॅमने उसका काला जादू और वह दोनोंकाभी झूट साबीत करनेके उद्देशसे पुछा.


'' अब नही ... उसका वक्त जब आएगा तब उसे जरुर मारुंगा '' उसने कहा.


उसका यह जवाब सुनकर सॅमको अब फिलहाल उसे और सवाल पुछनेमें कोई दिलचस्पी नही रही थी. वे दोनो जॉर्जको हथकडी पहनानेके लिए सामने आ गए. इस बारभी उसने कोई प्रतिकार ना करते हूए पुरा सहयोग किया.


सॅमको लग रहा था की या तो यह आदमी पागल होगा या अति चालाक...


लेकिन वह जो कहता है वह अगर सच हो तो ?...


पल भरके लिए क्यों ना हो सॅमके दिमागमें यह विचार कौंध गया ..


नही ... ऐसे कैसे हो सकता है ?...


सॅमने अपने दिमागमें आया विचार झटक दिया.




डिटेक्टीव सॅमके पार्टनरने जॉर्जको जेलके एक कोठरीमें बंद किया और बाहरसे ताला लगाया. सॅम बाहरही खडा था. जैसेही सॅम और उसका पार्टनर वहांसे जानेके लिए मुडे, जॉर्ज आवेशमें आकर चिल्लाया -


'' तुम लोग मुरख हो... भलेही तुमने मुझे जेलके इस कोठरीमें बंद किया फिरभी मेरा जादू यहांसेभी काम करेगा...''


सॅम और उसका पार्टनर रुक गए और मुडकर जॉर्जकी तरफ देखने लगे.


सॅमको जॉर्जकी अब दया आ रही थी.


बेचारा ...


बहनका इस तरहसे दुर्दैवी अंत होनेसे उसका इस तरह झुंझलाना जायज है ...


सॅम सोचते हूए फिरसे अपने साथीके साथ आगे चलने लगा. थोडी दूरी तय करनेके बाद फिरसे मुडकर उसने जॉर्जकी तरफ देखा. वह अब निचे झुककर फर्शपर माथा रगड रहा था और साथमें कुछ मंत्र बुदबुदा रहा था.


'' इसके उपर ध्यान रखो और इसे किसीभी व्हिजीटरको मिलनेकी अनुमती मत दो. '' सॅमने निर्देश दिया.


'' यस सर'' सॅमका पार्टनर आज्ञाकारी ढंगसे बोला.
रोनॉल्डका घर और आसपासका इलाका पुरी तरह रातके अंधेरेमें डूब गया था. बाहर आसपास झिंगुरोंका किर्र... ऐसा आवाज और दूर कही कुतोंकी रोने जैसी आवाज आ रही थी. अचानक घरके पास एक पेढपर आसरेके लिए बैठे पंछी डरके मारे फडफडाकर उडने लगे.


दो पुलिस मेंबर्स रिचर्ड और इरीक टीव्हीके सामने बैठकर रोनॉल्डके घरमें चलरही सारी हरकतोंका निरिक्षण कर रहे थे. रोनॉल्डके घरके बगलमेंही एक गेस्टरुममें उन्हे जगह दी गई थी. रिचर्ड शरीरसे जाडा और कदसे मध्यम था तो उसके विपरीत इरिक उंचा और एकदम पतला था. उनके सामने टिव्हीपर बेचैनीसे करवट बदलता और सोनेकी चेष्टा कर रहा रोनॉल्ड दिख रहा था.


'' इससे अच्छा किसी सेक्सी दांपत्यकी टिव्हीपर निगरानी करना मैने कभीभी पसंद किया होता. ..'' इरीकने मजाकमें कहा.


रिचर्डको इरीकके मजाकमे बिलकुल दिलचस्पी नही दिख रही थी.


'' नही मतलब तु मोटा है फिरभी तुम्हारे जैसे किसी मोटे शादी हूए किसी दंपतीके बेडरुमकी निगरानी करनाभी मुझे अच्छा लगता.'' इरीकने आगे कहा.


फिरभी रिचर्डने भावहीन चेहरेसे जो चूप्पी साध रखी थी वह तोडनेके लिए वह तैयार नही था. .


तभी अचानक एक मॉनीटरपर कुछ हरकत दिखाई दी. एक काली बिल्ली बेडरुममें दौडते हूए इधरसे उधर गई थी.


'' ए देख वहा रोनॉल्डके बेडरुममें एक काली बिल्ली है '' रिचर्डने कहा.


'' यहा क्या हम कुत्ते बिल्लीयोंके हरकतोंपर नजर रखनेके लिए बैठे है? .. मेरे बापको अगर पता होता की एक दिन मै ऐसे मॉनिटरपर कुत्ते बिल्लीयोंकी हरकतोपर नजर रखे बैठनेवाला हूं.. तो वह मुझे कभी पुलीसमें नही जाने देता..'' इरीकने ताना मारते हूए कहा.


अचानक उस बिल्लीने कोनेमें रखे एक चौरस डीब्बेपर छलांग लगाई... और इधर रिचर्ड और इरिकके सामने रखे हूए सारे मॉनिटर्स ब्लॅंक हो गए.


'' ए क्या हूवा ?'' इरीक कुर्सीसे उठकर खडा होते हूए बोला.


रिचर्डभी उसके कुर्सीसे उठकर खडा हो गया था.


इरिकका मजाकिया अंदाज कबका खत्म हो चूका था. उसके चेहरेपर अब चिंता, और हडबडाहट दिख रही थी.


'' चल जल्दी .. क्या गडबडी हूई यह देखके आते है '' रिचर्ड जल्दी जल्दी कमरेसें बाहर निकलते हूए बोला.


इरीकभी उसके पिछे पिछे जाने लगा.




एक बेडरुम. बेडरुममे धुंधली रोशनी फैली हूई थी और बेडपर कोई साया सोया हूवा दिखाई दे रहा था. अचानक बेडके बगलमें रखा टेलिफोन लगातार बजने लगा. उस बेडपर सोए सायेने निंदमेही अपना हाथ बढाकर वह टेलिफोन उठाया.


'' यस...'' वह साया कोई और नही डिटेक्टीव्ह सॅम था.


उधरसे इरीकका आवाज आया, '' सर रोनॉल्डकाभी उसी तरहसे कत्ल हो चूका है ''


'' क्या ?'' सॅम एकदमसे बेडसे उठकर बैठ गया.


उसने बेडके बगलमें एक बटन दबाकर बेडरुमका बल्ब जलाया. उसकी निंद पुरी तरहसे उड चूकी थी.


'' क्या कहा?'' सॅमको वह जो सुन रहा था उसपर विश्वास नही हो रहा था.


'' सर रोनॉल्डकाभी कत्ल हो चूका है '' उधरसे इरिकने कहा.


'' इतने कॅमेरे लगाकर मॉनिटर लगाकर तुमलोग लगातार निगरानी कर रहे थे.... तब भी? .... तुम लोग वहां निगरानी कर रहे थे या झक मार रहे थे ?'' चिढकर सॅमने कहा .


'' सर वह क्या हूवा ... एक बिल्लीने ट्रान्समिटरके उपर छलांग लगाई और सारे मॉनिटरपर एकदमसे बंद हो गए. .. तोभी हम रिपेअर करनेके लिए वहां गए थे... और वहां जाकर देखा तो तबतक कत्ल हो चूका था...'' इरिक अपनी तरफसे सफाई देनेका प्रयास कर रहा था.


क्रमश:...




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